टाटा समूह करेगा 90 अरब डॉलर का निवेश

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टाटा समूह द्वारा किया जाने वाला यह निवेश आरआईएल और अदाणी समूह से अ​धिक होगा
देव चटर्जी, अनीश फडणीस और शाइन जैकब / मुंबई September 15, 2022






टाटा समूह वर्ष 2027 तक मोबाइल पुर्जों के संयंत्र, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी, अक्षय ऊर्जा और ई-कॉमर्स जैसे नए उद्योगों में 90 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है। इकोनॉमिस्ट ने आज खबर दी है कि भारत में टाटा समूह का यह निवेश मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा नियोजित 75 अरब डॉलर के निवेश और अदाणी समूह द्वारा देश में अगले पांच साल में 55 अरब डॉलर के निवेश की योजना से कहीं अधिक है। टाटा समूह द्वारा किया जा रहा यह निवेश अंतरराष्ट्रीय बाजारों के बजाय घरेलू बाजार में अधिक ध्यान केंद्रित करने की उसकी रणनीति में बदलाव दर्शाता है, जहां समूह को पैसा गंवाना पड़ा है। अखबार ने कहा है कि टाटा के नए निवेश का तकरीबन 77 प्रतिशत भाग भारत में निवेश होगा।

टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि ‘वैश्विक कंपनियों के लिए भारत ​स्थित आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करने के लिए वैश्विक अवसर है।’ समूह एक साल में 18 अरब डॉलर का निवेश करेगा और अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो ये नए उच्च-प्रौद्योगिकी वाले कारोबार वर्ष 2027 तक टाटा की नियोजित पूंजी के एक-चौथाई प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत हो सकते हैं।

टाटा अपनी इन नई प्रौद्योगिकी परियोजनाओं में से भारत में आईफोन निर्माण के लिए एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने वास्ते ताइपे ​स्थित मुख्यालय वाली विस्ट्रॉन के साथ पहले ही शुरुआती स्तर की बातचीत कर चुका है। टाटा समूह ताइवान की ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) की भारतीय इकाई में हिस्सेदारी हासिल कर सकता है। विस्ट्रॉन के पास पहले से ही एक भारतीय संयंत्र और अमेरिकी प्रौद्योगिकी दिग्गज ऐपल के लिए आईफोन निर्माण का करार है। इस महीने की शुरुआत में टाटा पावर ने घोषणा की थी कि वह देश में 350 राष्ट्रीय राजमार्गों पर 450 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग प्वाइंट स्थापित कर चुकी है और वित्त वर्ष 2023 तक 6,500 से अधिक चार्जिंग प्वाइंट लगाने की योजना है। 

चंद्रशेखरन ने घोषणा की थी कि टाटा पावर ने अगले पांच साल में हरित ऊर्जा के लिए 75,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं। इसमें से 10,000 करोड़ रुपये चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 23) में कुल पूंजीगत व्यय के लिए व्यय किए जाएंगे, जिससे वह बढ़कर 14,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। जुलाई में शेयरधारकों की बैठक में उन्होंने यह जानकारी दी थी। टाटा पावर अपने अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण पर भी काम कर रहा था और वित्त वर्ष 22 में 707 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा क्षमता जोड़ी थी। चंद्रशेखरन ने कहा कि इससे हमारा स्वच्छ और हरित पोर्टफोलियो बढ़ाकर कुल क्षमता के 34 प्रतिशत स्तर तक पहुंचा दिया है। कंपनी का लक्ष्य अगले पांच साल में इसे बढ़ाकर 60 प्रतिशत करना है।

तमिलनाडु में टाटा संस की सहायक कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने फरवरी 2021 में तमिलनाडु के कृष्णागिरी में 4,684 करोड़ रुपये का मोबाइल फोन पुर्जों का संयंत्र स्थापित करने के लिए राज्य सरकार के साथ एक समझौता (एमओयू) किया था। बताया जाता है कि यह वह जगह है, जहां ऐपल के लिए टाटा नवीनतम आईफोन के लिए पुर्जे बना रही है। सूत्रों के अनुसार इस परियोजना से तमिलनाडु में करीब 18,250 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। जुलाई 2022 में तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में चार गीगावॉट की सोलर सेल और चार गीगावॉट के ही सौलर मॉड्यूल निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए भी टाटा पावर द्वारा बड़ी निवेश योजना की घोषणा की गई थी। इस परियोजना में करीब 3,000 करोड़ रुपये के निवेश और तकरीबन 2,000 रोजगार अवसर पैदा होने की उम्मीद है, जो ज्यादातर महिलाओं के लिए हैं। 

Keyword: टाटा समूह, ई-कॉमर्स, निवेश, शेयरधारक, पूंजीगत व्यय, आईफोन, चार्जिंग प्वाइंट,,
























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