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भास्कर दत्ता / मुंबई September 14, 2022 |
अमेरिकी मुद्रास्फीति का आंकड़ा अनुमान से ऊपर रहने की वजह से बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट दर्ज की गई। मुद्रास्फीति के आंकड़े से फेडरल रिजर्व द्वारा ऊंची दर वृद्धि की आशंका बढ़ी है। इससे डॉलर में भी मजबूती आ सकती है।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 79.44 पर बंद हुआ जबकि मंगलवार को यह 79.15 पर था। वर्ष 2022 में अब तक डॉलर के मुकाबले घरेलू मुद्रा 6.4 प्रतिशत कमजोर हुई है।
10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड पर प्रतिफल 4 आधार अंक चढ़कर 7.12 प्रतिशत पर बंद हुआ। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार बंद होने के बाद जारी हुए आंकड़े से पता चला हैकि अगस्त में अमेरिका में मुद्रास्फीति 8.3 प्रतिशत पर रही, जो एक महीने पहले के 8.5 प्रतिशत के मुकाबले कम है, लेकिन करीब 8.1 प्रतिशत के बाजार अनुमान से ज्यादा है।
आंकड़े से इन आशंकाओं को बढ़ावा मिला है कि फेडरल रिजर्व 21 सितंबर को होने वाली अगली बैठक में 100 आधार अंक की दर वृद्धि की घोषणा करेगा। पिछली बार फेडरल रिजर्व ने वर्ष 1981 में एक ही बैठक में 100 आधार अंक तक की दर वृद्धि की थी।
आंकड़े क बाद, दो वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड पर प्रतिफल 20 आधार अंक से ज्यादा बढ़कर 3.79 प्रतिशत की 15 वर्ष की ऊंचाई पर पहुंच गया, जबकि 10 वर्षीय अमेरिकी प्रतिफल 6 आधार अंक चढ़कर 3.42 प्रतिशत पर रहा।
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