अभिषेक कुमार / मुंबई September 16, 2022 |
म्युचुअल फंड आगामी महीनों में बड़ी संख्या में टार्गेट मैच्युरिटी फंड (टीएमएफ) पेश करने की तैयारी कर रहे हैं। जून से अगस्त के बीच बाजार नियामक सेबी के पास नई फंड पेशकशों (एनएफओ) के लिए 56 आवेदनों में से 22 इन टीएमएफ के लिए थे। इन मैच्युरिटी फंडों की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। आदित्य बिड़ला सनलाइफ, एचडीएफसी एमएफ, आईडीएफसी एमएफ, एडलवाइस एमएफ, मिरे एमएफ, निप्पॉन एमएफ और कोटक एमएफ उन फंड हाउसों में शामिल हैं जिन्होंने हाल के महीनों में टीएमएफ के लिए आवेदन किए हैं। इनमें से कई योजनाओं के लिए मैच्युरिटी अवधि वर्ष 2025 और 2037 के बीच के दायरे में है।
उद्योग के अधिकारियों के अनुसार, फंड हाउसों द्वारा दिलचस्पी इस उम्मीद से भी बढ़ी है कि टीएमएफ बैंक सावधि जमाओं के मुकाबले मजबूत विकल्प के तौर पर उभर सकते हैं।
एडलवाइस म्युचुअल फंड की मुख्य कार्याधिकारी राधिका गुप्ता ने कहा, ‘प्रतिफल की उम्मीद और आसान राह को देखते हुए इस श्रेणी में निवेशकों की दिलचस्पी काफी अधिक है। ये योजनाएं काफी हद तक बैंक एफडी के समान हैं और इसलिए छोटे निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं।’
आईडीएफसी म्युचुअल फंड के प्रमुख एस बसु का कहना है कि उनका फंड हाउस टीएमएफ पर उत्साहित है, क्योंकि वे न सिर्फ बैंक एफडी के समान हैं बल्कि कुछ खास मामलों में उनसे बेहतर भी हैं।
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