दीपक पटेल और शैली सेठ मोहिले / नई दिल्ली September 14, 2022 |
जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने बुधवार को कहा कि भारत को अगले चार वर्षों में दोपहिया और तिपहिया वाहनों को 100 फीसदी विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश दो सेगमेंटों में वैश्विक चैंपियन बन सकता है।
घरेलू ऑटोमोबाइल उद्योग के विस्तार में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 80 फीसदी है। उनका यह बयान हाल के दिनों में दोनों सेगमेंटों में तेजी से विद्युतीकरण की तरफ झुकाव के बीच आया है। वित्त वर्ष 2022 में कुल बाजार का दो फीसदी हिस्सा इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का था।
कांत ने ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए) के 62वें वार्षिक सत्र में कहा, दोपहिया और तिपहिया वाहनों में 100 फीसदी विद्युतीकरण हो, मांग और आपूर्ति पर ध्यान दिया जाए, वाहनों को बनाने के लिए पूरी आवश्यक चीजों की मूल्य श्रृंखला तैयार की जाए, ताकि भारत इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया के वैश्विक चैंपियन के रूप में उभरे।
भारत में वाहनों का विद्युतीकरण दोपहिया और तिपहिया वाहनों का सबसे अधिक होगा क्योंकि 80 फीसदी वाहनों की बिक्री दो सेगमेंटों में होती है। कांत ने कहा, हमें अगले चार वर्षों में इन दो खंडों का 100 फीसदी विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखना है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बाजार में भारी मांग बढ़ेगी और भारत को एक व्यवस्था तैयार करनी पड़ेगी ताकि लागत के कम रखा जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह वृद्धि आयातित वस्तुओं से नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, जहां तक पीएलआई (प्रोडक्सन लिंक्ड इन्सेंटिव) योजना की बात है, सरकार ने नीति को आगे बढ़ाया है। ऑटो उद्योग इसे पसंद करे या न करे, लेकिन यह जल्दी ही होने वाला है।
यह एक इलेक्ट्रिक क्रांति है जो जल्द ही होगी। यह इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक किफायती, सुलभ और समावेशी बना देगी। चाहे आप इसे पसंद करें या न करें लेकिन लोग इसे पसंद करेंगे।
ध्यान सिर्फ ईवी पर ही नहीं होगा, बल्कि लोगों को सार्वजनिक परिवहन पर ले जाने पर भी होगा, जैसे कि अमेरिका को छोड़कर दुनिया के अन्य हिस्सों ने किया था। उन्होंने कहा, इलेक्ट्रिक बसों के लिए हम अगला टेंडर निकालने की योजना बना रहे हैं, जो हमने विभिन्न मेट्रो शहरों से लिया है।
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