Bihar News: खेलकूद को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. बिहार स्पोर्ट्स अथॉरिटी ने प्रदेश के होनहार फुटबॉल प्लेयर्स को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित करने के लिए अल्फा स्पोर्ट्स एकेडमी के साथ करार किया है. इसके तहत एकेडमी के विशेषज्ञ प्लेयर्स को प्रशिक्षित करेंगे. यह करार 1 साल के लिए किया गया है.
फुटबॉल प्लेयर्स को प्रशिक्षण देने के लिए विदेशों से कोच मंगाए जाएंगे जो खिलाड़ियों को तरासेंगे. बिहार सरकार के इस कदम से बिहार को न केवल अच्छे फुटबॉलर मिलने की संभावना है, बल्कि बिहार के फुटबॉल खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दिखाई दे सकेंगे. ऐसे में बिहार में फुटबॉल प्लेयर्स के दिन जल्द ही बहुरने की उम्मीद बढ़ गई है.
जानकारी के अनुसार, बिहार सरकार फुटबॉल खिलाड़ियों को नया अवसर देने की तैयारी में है. विदेशी कोच बिहार के फुटबॉल खिलाड़ियों को तराशेंगे और उन्हें प्रशिक्षित करेंगे. प्रदेश की राजधानी राजधानी पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और अल्फा स्पोर्ट्स के बीच सोमवार को एक MoU साइन किया गया
जिसमें अल्फा स्पोर्ट्स एकेडमी बिहार के फुटबॉल खिलाड़ियों को अगले 1 साल तक प्रशिक्षित करेगा. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के एडीजी रवीन्द्रन शंकरन ने बताया कि 100 खिलाड़ियों को ट्रायल के लिए बुलाया गया, जिनमें से 30 खिलाड़ी चुने जाएंगे. इनमें 15 लड़के और 15 लड़कियां होंगी.
रीवंद्रन शंकरन ने बताया कि 30 खिलाड़ियों में से 5 बेहतरीन खिलाड़ी चुने जाएंगे, जिन्हें यूरोप में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा. इन बच्चों को फुलबॉल सिखाने के लिए 2 अंग्रेज कोच को सरकार ने बुलाया है. ये कोच इन होनहार फुटबॉल प्लेयर्स की प्रतिभा को निखारेंगे. रवींद्रन शंकरन ने बताया कि सिर्फ फुटबॉल ही नहीं सभी खेलों के लिए सरकार की तैयारी है.
बिहार स्पोर्ट्स अथॉरिटी के एडीजी ने बताया कि हमारा लक्ष्य 2028 के ओलंपिक में इंडियन टीम बिहार का कम से कम एक प्लेयर को यह सुनिश्चित करना है. अल्फा स्पोर्ट्स के निदेशक सुमित प्रकाश ने बताया कि बिहार खेल प्राधिकरण के साथ करार हुआ है. हम इन 100 बच्चों में से 30 और फिर उनसे निकले बेहतर प्लेयर्स को फ्री में यूरोप भेजेंगे और जल्द ही बिहार का बच्चा यूरोप प्रीमियर लीग में खेलता नजर आएगा.
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