पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न से सम्मानित प्रणब मुखर्जी का जुड़ाव भले ही कांग्रेस पार्टी से रहा हो लेकिन पीएम मोदी से भी उनके संबंध बुहत अच्छे रहे। प्रणब मुखर्जी की किताब The Presidential Years में भी इस बात का जिक्र है। उन्होंने बताया था कि विदेश दौरे पर जाने से पहले पीएम मोदी उन्हें होने वाली चर्चा के मु्ख्य बिंदुओं की डिटेल नोट भेजते थे और इसको लेकर चर्चा भी करते थे। इस पत्र में द्विपक्षीय संबंधो की सभी बातों का जिक्र होता था। यह पीएम मोदी की ओर से शुरू की गई एक नई प्रथा थी। विदेश नीति पर पीएम मोदी की पकड़ से प्रणब मुखर्जी प्रभावित थे। कई बार प्रणब मुखर्जी से इस पर सलाह भी ली थी। अपने शपथ ग्रहण में सार्क नेताओं को आमंत्रित करने का विचार भी उन्होंने प्रणब मुखर्जी से साझा किया था।
मुलायम सिंह ने मोदी की तारीफ में कह दी यह बात
मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि मोदी ने सबके साथ मिलकर काम किया है। उन्होंने उनके फिर से प्रधानमंत्री बनने की कामना की थी। लोकसभा में बोलते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने सबके साथ मिलजुलकर काम किया और सबको साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारी कामना है कि वह फिर से प्रधानमंत्री बनें। उनके ऐसा कहने पर कई नेताओं को हैरानी हुई थी। पार्टी कार्यकर्ताओं को भी इस पर यकीन नहीं हो रहा था। मुलायम का बीजेपी के खिलाफ राजनीतिक मतभेद 90 के दशक से रहा है लेकिन नरेंद्र मोदी की उन्होंने कई मौकों पर तारीफ की है।
जब ममता ने कहा- मोदी को दोष क्यों
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई मौकों पर सरकार की आलोचना करने से नहीं चूकती हैं। वह समय-समय पर पीएम मोदी पर निशाना साधने से नहीं चूकती हैं लेकिन पीएम मोदी की वह तारीफ भी करती है। 2017 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि मैं नरेंद्र मोदी का फेवर करती हूं। जीएसटी और नोटबंदी पर पीएम के खिलाफ बयानबाजी करने वाली ममता बनर्जी ने कहा था कि मुझे उन्हें दोष क्यों देना चाहिए। ममता बनर्जी के इस स्टैंड पर कई दूसरे दलों के नेताओं को हैरानी भी हुई थी। बंगाल का चुनाव हो या किसी दूसरे चुनाव में तल्खी चाहें जितनी हो यह नेता एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
मैं पीएम मोदी को गलत समझता था
हाल ही में कांग्रेस छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी के बारे में कहा कि मैं मोदी जी को समझता था कि बड़ा क्रूड (असभ्य) आदमी है। शादी नहीं की है, बच्चे नहीं है बीवी नहीं तो इसको कोई परवाह नहीं है लेकिन कम से कम इंसानियत तो दिखाई। कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उन्हें लगता था कि प्रधानमंत्री क्रूड व्यक्ति हैं, लेकिन उन्होंने राज्यसभा से उनकी विदाई के सिलसिले में दिए भाषण के दौरान आतंकवाद से संबंधित घटना को याद करते हुए करूणा भाव दिखाया। कांग्रेस ने पार्टी छोड़ने के बाद आजाद पर आरोप लगाया था कि वह मोदीमय हो गए हैं। कई नेताओं ने पिछले साल फरवरी में राज्यसभा में दिए मोदी के भाषण का हवाला देकर उनपर निशाना साधा था। जिस पर उन्होंने जवाब दिया।
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