Russian President Vladimir Putin meets Prime Minster Narendra Modi
Highlights
- भारत और रूस के बीच वीजा मुक्त यात्रा संभव
- SCO सम्मेलन से अलग मोदी-पुतिन की मीटिंग
- पुतिन ने प्रक्रिया में तेजी लाने का रखा प्रस्ताव
Visa-free entry to Russia: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी वार्ता के दौरान भारत और रूस के बीच वीजा मुक्त यात्रा समझौते की हिमायत की। यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से अलग मोदी और पुतिन के बीच हुई एक बैठक में रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का समृद्ध इतिहास और प्राचीन संस्कृति रूसी लोगों के लिए पारंपरिक रूप से बहुत रूचि का विषय रही है।
पुतिन ने प्रक्रिया में तेजी लाने का रखा प्रस्ताव
रूस की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘तास’ ने पुतिन को उद्धृत करते हुए कहा कि इस पृष्ठभूमि में ‘‘हम वीजा मुक्त पर्यटन यात्रा के सिलसिले में एक समझौते पर बातचीत की प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रस्ताव करते हैं। वार्ता के दौरान, मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि मास्को और नयी दिल्ली कई दशकों से एकजुट रहे हैं और उन्होंने यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी में सहायता करने के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया।
मोदी और पुतिन के बीच क्या बात हुई?
पुतिन से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रशियन प्रेसीडेंट ब्लादिमीर पुतिन से साफ साफ कहा कि युद्ध किसी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन नहीं है, अब युद्ध का जमाना नहीं हैं। यूक्रेन और रशिया का वॉर करीब सात महीने से चल रहा है, लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी ने कैमरों के सामने भारत का स्टैंड सधे हुए, लेकिन साफ शब्दों में बताया। मोदी ने सार्वजिनक तौर पर प्रेसीडेंट पुतिन से कहा कि अब युद्ध का जमाना गया। अब डेमोक्रेसी, डॉयलॉग और डिप्लोमेसी का वक्त है। बैठकर बातचीत से रास्ते निकल सकते हैं।
रूस और यूक्रेन का शुक्रिया अदा किया
हालांकि पुतिन को इस बात का अंदाजा था कि यूक्रेन वॉर के मामले में मोदी बोलेंगे, इसलिए पुतिन ने कहा कि वो यूक्रेन के इश्यू पर भारत के विरोध को जानते हैं। भारत की चिंताओं को समझते हैं, लेकिन यूक्रेन बातचीत की टेबल पर नहीं जंग के मैदान में ही फैसला चाहता है। इसलिए वो क्या कर सकते हैं। SCO समिट की साइडलाइन्स में प्रेसीडेंट पुतिन के साथ हुई मीटिंग में मोदी ने अपनी बात बहुत चतुराई से कही। प्रधानमंत्री ने पहले यूक्रेन और रूस का शुक्रिया अदा किया। मोदी ने कहा कि जिस तरह से दोनों देशों ने जंग के बीच फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में भारत की मदद की, उसके लिए वो आभारी हैं। लेकिन साथ ही ये भी कहना चाहते हैं कि युद्ध किसी के लिए अच्छा नहीं है। युद्ध समाधान नहीं खुद समस्या है।
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