ऑल राउंडर शम्स मुलानी (41 रन) और तनीष कोटियान (36 रन) ने अच्छा योगदान किया। लेकिन इतना काफी नहीं था। कार्तिकेय सिंह ने अतीत सेठ, साव, कोटियान, हेत पटेल और जयदेव उनादकट के विकेट झटके। स्टंप उखड़ने तक त्रिपाठी और चिंतन गजा (नाबाद पांच रन) खेल रहे थे।
वहीं टूर्नामेंट के दूसरे मुकाबले में डेब्यू कर रहे ओपनर बल्लेबाज रोहन एस कुनुमल (143 रन) और कप्तान हनुमा विहारी (नाबाद 107 रन) शतकों की मदद से दक्षिण क्षेत्र ने सेमीफाइनल में उत्तर क्षेत्र के खिलाफ स्टंप तक दो विकेट पर 324 रन बनाए। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण की टीम को कुनुमल और मयंक अग्रवाल (49 रन, छह चौके, एक छक्का) ने मजबूत शुरूआत कराई।
केरल के 24 वर्षीय कुनुमल ने पहले अपना अर्धशतक पूरा किया जिससे दोनों ने 100 रन की भागीदारी पूरी की। अग्रवाल अच्छी लय में दिख रहे थे, जिन्हें स्पिनर निशांत सिद्धू ने बोल्ड किया। इसके बाद विहारी के साथ कुनुमल क्रीज पर सहज दिख रहे थे और अच्छे ड्राइव लगा रहे थे। उन्होंने स्पिनरों की लाइन एंव लेंथ की गलतियों का पूरा फायदा उठाया।
इन दोनों ने 167 रन की भागीदारी निभायी। विहारी ने 108 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। कुनुमल ने एक गगनचुंबी छक्के से 172 गेंद अपना शतक पूरा किया, पर उन्हें 77 रन पर जीवनदान भी मिला जब निशांत सिद्धू की गेंद पर उनका कैच छूट गया। पर कुनुमल और विहारी के बीच साझेदारी तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने तोड़ी। सैनी ने कुनुमल को 143 रन पर बोल्ड किया, उनकी पारी में 16 चौके और दो छक्के जड़े थे। स्टंप तक विहारी 107 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि तमिलनाडु के बल्लेबाज बी इंद्रजीत दूसरे छोर पर 20 रन बनाकर उनका साथ निभा रहे थे।
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